इनके द्वारा रचित पुस्तक अंक गणित में सिद्धान्त शिरोमणि तथा पाटी गणित में लीलावती प्रसिद्ध है।
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इनके द्वारा रचित पुस्तक अंक गणित में सिद्धान्त शिरोमणि तथा पाटी गणित में लीलावती प्रसिद्ध है।
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उदाहरण के लिए, उनकी १९९७ की पुस्तक अंक विद्या; या पाइथागोरस ने क्या गढ़ा, गणितज्ञ अंडरवुड डुडले (
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उदाहरण के लिए, उनकी १९९७ की पुस्तक अंक विद्या; या पाइथागोरस ने क्या गढ़ा, गणितज्ञ अंडरवुड डुडले (
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अतः इनका उल्लेख तथा उसका काम भीनिश्चित कर दिया गया है जैसे सर्वप्रथम वर्ग अंक प्रकट किया जाता है, द्वितीय पुस्तक अंक तथा तृतीय संग्रह अंक को महत्व प्रदान किया है.
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उदाहरण के लिए, उनकी १९९७ की पुस्तक अंक विद्या; या पाइथागोरस ने क्या गढ़ा, गणितज्ञ अंडरवुड डुडले (Underwood Dudley) ने शेयर बाजार (stock market) विश्लेषण के एलिअट के तरंग सिद्धांत (Elliott wave principle) के प्रयोगकर्ताओं की चर्चा करने के लिए इस शब्द का उपयोग किया है.
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उदाहरण के लिए, उनकी १ ९९ ७ की पुस्तक अंक विद्या ; या पाइथागोरस ने क्या गढ़ा, गणितज्ञ अंडरवुड डुडले (Underwood Dudley) ने शेयर बाजार (stock market) विश्लेषण के एलिअट के तरंग सिद्धांत (Elliott wave principle) के प्रयोगकर्ताओं की चर्चा करने के लिए इस शब्द का उपयोग किया है.
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पहले प्रकारसे एक सीधी रेखा में लिखा जा सकता है तथा प्रत्येक अंक में कुछ जगह रिक्तछोड़ दी जाती हैं जैसे--भ्४३ ञ्६दूसरे प्रकार से पुस्तक के बाहर तथा एक अंक दूसरे अंक के नीचे लिखा जाताहै जैसे--भ् ४३ञ्७संग्रह अंक पुस्तक अंक का ही पूरक अंक है अतः पुस्तक अंक के साथ अथवानीचे लिखा जाना चाहिए किन्तु व्यवहारिक रूप से अनावश्यक भ्रम उत्पन्न नहो अतः इसे सुविधानुसार वर्गाक के निकट भी प्रकट किया जाता है.
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पहले प्रकारसे एक सीधी रेखा में लिखा जा सकता है तथा प्रत्येक अंक में कुछ जगह रिक्तछोड़ दी जाती हैं जैसे--भ्४३ ञ्६दूसरे प्रकार से पुस्तक के बाहर तथा एक अंक दूसरे अंक के नीचे लिखा जाताहै जैसे--भ् ४३ञ्७संग्रह अंक पुस्तक अंक का ही पूरक अंक है अतः पुस्तक अंक के साथ अथवानीचे लिखा जाना चाहिए किन्तु व्यवहारिक रूप से अनावश्यक भ्रम उत्पन्न नहो अतः इसे सुविधानुसार वर्गाक के निकट भी प्रकट किया जाता है.